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Bageshwar dham ke baare me jaankari (बागेश्वर धाम के बारे में जानकारी )

दोस्तों आज हम देश के एक महान देवीय शक्तियों से परिपूर्ण स्थल(मंदिर) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे,जहां पर अर्जी या फिर यूं कहें कि,माथा टेकने के बाद किसी भी व्यक्ति से संबंधित कोई भी जानकारी बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण गर्ग जी के पर्चे पर जानकारी लिखित रूप में में छप कर आ जाती है।(समस्या का समाधान लिखित रूप में पर्चे पर छप कर आ जाता)

Table of content-

1. बागेश्वर धाम का इतिहास क्या है?

2. बागेश्वर धाम को स्थापित करने वाले कौन हैं ?

3. बागेश्वर धाम का जीर्णोद्धार किसने कराया ?

4. धाम किसका पूजनीय स्थल रहा होगा ?

5. बागेश्वर धाम चर्चा में कब आया ?

6. बागेश्वर धाम कहां स्तिथ है ?

7.बागेश्वर धाम सरकार कौन ?

8.बागेश्वर धाम में किसका का मंदिर ?

9.धाम में जाना, अर्जी लगाना और अर्जी लगाने       की प्रक्रिया क्या होती ?

10.कौन व्यक्ति अर्जी लगा सकता है ?

11.अर्जी लगाने के बाद क्या होता है?

12. किन समस्याओं का समाधान होता? 

13.समस्या समाधान के बाद धाम द्वारा क्या शर्त       रखी जाती है?

14. अंत में बात करेंगे कि इस प्रक्रिया में कितना       खर्च आता है या फिर निःशुल्क है?

चलिए जानते हैं-

बागेश्वर धाम का इतिहास-

सामान्यता बागेश्वर धाम की स्थापना दिवस के बारे में किसी को नहीं पता है। लोगों का मानना है, कि यह चंदेल कालीन सिद्ध पीठ हुआ करता था। सन् 1986 ग्राम वासियों द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया, तत्पश्चात सन 1987 में गांव के विद्वान पंडित सेतु लाल जी महाराज उर्फ पंडित श्री भगवान दास जी महाराज निर्मोही अखाड़ा चित्रकूट धाम से दीक्षा लेकर वापस लौट कर हनुमान जी महाराज की प्रेरणा से मंदिर में पुजारी सेवक के रूप में पूजा करने लगे।

तत्पश्चात सन 1989 में हमारे परम पूज्य बब्बा जी द्वारा एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया। बागेश्वर धाम में प्रतिदिन कोई ना कोई चमत्कार होते रहते थे। महायज्ञ सफलतापूर्वक होने के तत्पश्चात बागेश्वर धाम में देवी शक्तियों का निवास हो गया और धीरे-धीरे लोगों की मनोकामना पूर्ण होने लगी और रोज भक्तों का तांता वहां पर लगने लगा।

बाबा जी श्री पंडित सेतु लाल गर्ग जी महाराज के निधन हो जाने के बाद आज विश्व भर में ख्याति प्राप्त करने वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी मात्र 9 वर्ष की उम्र से ही भगवान की आस्था में विश्वास रखने लगे  और बागेश्वर धाम में परम पूज्य बाबा जी के आदर्शों से प्रेरित भगवान के श्री चरणों में सेवा करने लगे।

बागेश्वर धाम प्राचीन काल से ही देवीय,दैहिक,भौतिक आदि समस्याओं के समाधान का केंद्र रहा है। हनुमान जी महाराज के आदेशानुसार सन 2012 से दिन शनिवार को दरबार लगाकर भक्तों की समस्याओं का समाधान करने लगे और भक्तों की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होने लगी।

बागेश्वर धाम को स्थापित करने वाले:-


चूंकि धाम की स्थापना के बारे में ज्यादा कोई नहीं जानता। यह चंदेल कालीन धार्मिक स्थल हुआ करता था। अनुमान लगाया जा सकता है, कि इनको स्थापित करने वाले चंदेल राजा ही होंगे।

बागेश्वर धाम का जीर्णोद्धार कराने वाले -

बागेश्वर धाम सरकार का जीर्णोद्धार गांव वासियों द्वारा सन 1986 में किया गया था। प्राचीन काल से ही मान्यता रही है, कि बागेश्वर धाम में चमत्कारिक शक्तियों का निवास है। गांव वासियों पर कोई संकट की स्थिति दिखती वे बागेश्वर धाम जाकर अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढने लगे और धीरे-धीरे उनकी समस्या समाधान होने लगी।

धाम किसका पूजनीय स्थल रहा-

गांव वालों का मानना है कि, बागेश्वर धाम चंदेल राजाओं द्वारा स्थापित स्थान होगा। जैसा कि, हम सभी जानते हैं। विश्व पर्यटक नगरी खजुराहो मंदिर चंदेल राजाओं द्वारा बनवाया गया था। बागेश्वर धाम सरकार की दूरी खजुराहो से कुछ ज्यादा दूर नहीं है। उन्ही राजाओं में से एक किसी ने यहां पर निवास किया और इस स्थान को स्थापित किया हो।

बागेश्वर धाम चर्चा में कब आया-



पूज्यनीय बाला जी सरकार की अनुसंसा पर 2012 से दिन शनिवार को दरबार लगाकर भक्तों की सभी प्रकार समस्यों का निराकरण  करने लगे और उनका समाधान भी होने लगा, फिर भक्तों का तांता लगने लगा।

भक्तों की अनुशंसा पर बालाजी बागेश्वर धाम की कृपा से सन 2016 में बागेश्वर धाम का भूमि पूजन किया गया। साथ ही बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर द्वारा बागेश्वर धाम बालाजी सरकार की सेवा, समाज सेवा एवं सनातन धर्म की आजीवन सेवा करने का संकल्प लिया। दुनिया भर से जैसे नेपाल और अमेरिका जैसे देशों से बागेश्वर धाम और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर से आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।

बागेश्वर धाम की पर्यटक नगरी खजुराहो से दूरी -





बागेश्वर धाम बालाजी सरकार मध्य प्रदेश स्थित छतरपुर जिले की तहसील राजनगर खजुराहो के निकट एक छोटे से गांव गढ़ा में स्थित है। बागेश्वर धाम की विश्व पर्यटक नगरी खजुराहो से दूरी मात्र 25 से 30 किलोमीटर के बीच है।

बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए भारत एवम दुनिया भर के लोग खजुराहो स्थित एयरपोर्ट से, रेल मार्ग द्वारा एवं बस यात्रा द्वारा भी आ सकते हैं।









आखिर कौन हैं,बागेश्वर धाम सरकार -



बागेश्वर धाम मैं परम पूज्य भगवान श्री राम के अनन्य भक्त हनुमान जी महाराज का मंदिर है। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के ऊपर प्रत्यक्ष आशीर्वाद है।

बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने की प्रक्रिया एवम विधान -

बागेश्वर धाम सिद्धपीठ आश्रम में अर्जी लगाने से पहले यहां के नियमों को जानना जरूरी है।

इसके पूर्व 2015,2016, 2017 बागेश्वर धाम में भक्तों की संख्या कम आया करती थी। इसलिए टोकन व्यवस्था पहले नहीं थी। वर्तमान समय में भक्तों की संख्या प्रतिदिन हजारों तक पहुंच गई है। इसलिए व्यवस्था को बनाए रखने के लिए टोकन व्यवस्था की गई है। टोकन महीने के किसी एक विशेष दिन को वितरित किए जाते हैं,जो कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर जानकारी उपलब्ध है।

बागेश्वर धाम में टोकन लेना निशुल्क है,अर्जी लगाना निशुल्क, टोकन मिलने के बाद पीठाधीश्वर से मिलना भी निशुल्क, बागेश्वर धाम में ठहरना भी निशुल्क है।

टोकन नंबर लेने के लिए दिए गए निश्चित समय पर वहां पहुंचना और टोकन नंबर प्राप्त करना होता है।

कथाओं एवं अन्य महत्वपूर्ण यात्राओं के अलावा पीठाधीश्वर महाराज जी बागेश्वर धाम में ही निवास करते हैं।

अर्जी लगाने का पूर्ण विधान -

दिए गए समय सारणी के अनुसार,टोकन लेकर दरबार में पहुंच जाएं। परम पूज्य महाराज जी आपकी एक-एक करके अर्ज सुनेंगे। अर्जी लगाने का मतलब बागेश्वर धाम में नारियल बांधने से नहीं,बल्कि एक कोरे कागज में लिखी गई आपकी समस्या, उसका समाधान श्री पीठाधीश्वर महाराज द्वारा पहले से ही बिना किसी व्यक्ति को बताए पर्चे पर लिख दिया जाता है। इसी  प्रक्रिया को अर्जी लगाना कहा जाता है।

अर्जी लगने के बाद पूज्य महाराज जी आपकी समस्या निवारण हेतु पेशी बताते हैं अर्थात पेशी का मतलब है,दिन मंगलवार को आपको आना अति अनिवार्य है। महाराज जी द्वारा  11और 21 बताई जा सकती हैं और समस्या के अनुसार।

अर्थात बागेश्वर धाम में पहुंचकर सुबह 6:00 बजे महाआरती में सम्मिलित होकर हनुमान चालीसा के 5 पाठ करना और 21 परिक्रमा मंदिर की लगाना होता है।

सभी व्यक्ति धाम में लगा सकते अर्जी -

कोई भी व्यक्ति अपनी समस्याओं को लेकर बागेश्वर धाम सरकार के श्री चरणों में शरण ले सकता है और उनको निश्चित ही इस समस्या का समाधान मिलेगा।

समस्या समाधान के बाद धाम की सर्त 

बागेश्वर धाम की असीम अनुकंपा से सभी भक्तों के कष्टों का निवारण होता है और इस अनुकंपा को प्राप्त करने , प्रभु श्री चरणों को प्राप्त करने मैं किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है। बागेश्वर धाम सरकार में सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान पूर्णता निशुल्क किया जाता है।

दोस्तों हमें आशा है, कि बागेश्वर धाम सरकार से संबंधित आपको सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त हुई होगी। यह जानकारी आप को सुविधाजनक लगी हो तो कमेंट बॉक्स में जाकर जय श्री राम जरूर लिखयेगा। बागेश्वर धाम सरकार से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए बागेश्वर धाम की ऑफिशियल वेबसाइट बागेश्वर धाम सरकार लगभग हर सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर उपलब्ध है।

जय श्री राम जय श्रीराम जय श्रीराम

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