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केन बेतवा लिंक परियोजना का मिलेगा मुआवजा (ken betawa pariyojana ka udghatan kab hoga)

केन बेतवा लिंक के नहर परियोजना छतरपुर जिले की 10 गांव की 573 हेक्टेयर भूमि पूरी तरह से डूब जाएगी। 5 गांव की 583 hec. जमीन पर होगा पन्ना टाइगर रिजर्व का विस्थापन।


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  • 1.1.भूमि अधिग्रहण की धारा 11 का प्रकाशन
  • 1.2.10 गावों की 1473 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण
  • 1.3.जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार मुआवजा (प्रारंभिक डीपीआर) 
  • 1.4.प्रारंभिक डीपीआर के मुताबिक प्रभावित क्षेत्र
  • 1.5.बफर जोन का 2 जिलों के 13 गांव में होगा विस्तार
  • 1.6.अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

  • भूमि अधिग्रहण की धारा 11 का प्रकाशन

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केन बेतवा लिंक नहर परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण की धारा 11 का प्रकाशन हो गया है। छतरपुर जिले के 5 गांव में पन्ना टाइगर रिजर्व का विस्थापन किया जाएगा। काकरा, कदावरा, डूंगरिया, पाठापुर और नेंगुवा की 583. 44 हेक्टेयर जमीन पर विस्थापन कार्य किया जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा जमीन का कदावर की 227 हेक्टेयर और सबसे कम काकरा की 60 हेक्टेयर जमीन प्रभावित होगी।

  • 10 गावों की 1473 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण


केन बेतवा लिंक परियोजना के मुख्य बांध ढोढन में 10 गांव की 1473 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। ढोढ़न गांव की केवल 17 हेक्टेयर जमीन ही बांध निर्माण में डूबेगी, जबकि अन्य 9 गांव दो को छोड़कर सभी गांव की जमीन का बड़ा हिस्सा बांध निर्माण में लगेगा। शुकबाहा और मैनारी गांव की 595 हेक्टेयर जमीन,खरयानी की 551 हेक्टेयर जमीन और पलकोंहा की 195 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित करने के लिए धारा 11 का प्रकाशन किया गया है।

  • जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार मुआवजा (प्रारंभिक डीपीआर) 

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जल शक्ति मंत्रालय द्वारा बनाए गए प्रारंभिक डीपीआर के मुताबिक 637 कच्चे घर और 1252 आधी कच्चे पक्के मकान और 24 पक्के मकान डूब क्षेत्र में आ रहे हैं। प्रभावित घरों के मालिकों को मुआवजा के रूप में पक्के मकान के बदले डेढ़ लाख रुपए,आधा कच्चा पक्के मकान के लिए ₹100000 और कच्चे मकान का ₹50000 मुआवजा दिया जाएगा। 10 गांव के डूब क्षेत्र में जाने से,ना केवल वहां के लोग बल्कि पालतू मवेशी भी प्रभावित होंगे।

  • प्रारंभिक डीपीआर के मुताबिक प्रभावित क्षेत्र

 जल शक्ति मंत्रालय के डीपीआर के मुताबिक केन नदी को बेतवा से जोड़ने के लिए ढोढ़न में बनाए जा रहे मुख्य बांध के डूब क्षेत्र में छतरपुर जिले की बिजावर तहसील के शाहपुरा, कुपी, घुघरी, वसुधा, सुकवाहा, सुकवाहा,और ढोढन गांव के 1913 घर और 8339 लोग बाढ़ से प्रभावित होंगे।वही बांध बन जाने से छह जिलों छतरपुर,पन्ना, झांसी,महोबा, टीकमगढ़, बांदा के 62 गांव के 2480 किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। इन गांवों की भूमि को सरकार द्वारा अधिग्रहित किया जाएगा।

  • बफर जोन का 2 जिलों के 13 गांव में होगा विस्तार:

ढोढन में बनने वाले बांध में पन्ना टाइगर रिजर्व की 6017 हेक्टेयर वन भमि डूब रही है। जिसमें कोर एरिया की 4141 हेक्टेयर भूमि शामिल है। इसकी भरपाई के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व का विस्थापन किया जा रहा है। इस प्लान के तहत पन्ना और छतरपुर जिले की गांव कटेहरी- बिलहरा, कोनी,मझौली, गहदारा, मरहा,खमरी,  पाठापुर, नेंगुवा,डूंगरिया, कदाबरा, घुघरी, वसुधा की 4396 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है।

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  • अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

Q. केन बेतवा लिंक नहर परियोजना किस की परियोजना है?

Ans. केन बेतवा लिंक नहर परियोजना केंद्र सरकार की परियोजना है।

Q.केन बेतवा लिंक नहर परियोजना की कुल लागत कितनी है?

Ans. नहर की कुल लागत अनुमानित 44 हजार 606 करोड रुपए है।

Q.केन बेतवा नहर परियोजना का लाभ किसको मिलेगा?

Ans.मध्य प्रदेश के 7 जिले और उत्तर प्रदेश के 4 जिलों को मिलेगा लाभ।

Q.नहर किन- किन गांव से होकर निकलेगी नहर?

Ans. ढोढन बांध से निकलकर सुरुआती गांव बरदुवाहा, झमटूली,पुतर्यन,गंज कई गांवों से होकर गुजरेगी।

Q.नहर की लंबाई कितनी है?

Ans. नहर की लंबाई 229 किलोमीटर है?

Q.परियोजना से किसको लाभ मिलेगा लाभ?

Ans. नहर से सिंचाई एवं पीने योग्य पानी के साथ- साथ बिजली उत्पादन भी की जाएगी।

Q. टूरिस्ट प्लेस खजुराहो से पन्ना टाइगर रिजर्व की दूरी कितनी है?

Ans. खजुराहो से पन्ना टाइगर रिजर्व की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है।

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