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केन बेतवा लिंक नहर परियोजना केंद्र सरकार की ओर से तेजी से काम चल रहा है।जल्द ही nahar pariyojana की उद्घाटन तारीख का ऐलान किया जाएगा। Ken betwa नहर परियोजना भारत सरकार की महत्वपूर्ण नदी जोड़ो परियोजना है। 

इस परियोजना का लाभ पूर्ण रूप से बुंदेलखंड में सूखे प्रभावित सभी जिलों को मिलेगा। बुंदेलखंड क्षेत्र विगत वर्षों से भयंकर सूखे से गुजर रहा है। केंद्र सरकार ने बुंदेलखंड को सूखा मुक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण नदी जोड़ो परियोजना की योजना बनाई।


आम बजट 2022- 23 मध्य प्रदेश को ken betwa nahar pariyojana के लिए काफी कुछ मिला है। प्रोजेक्ट पर कुल ₹44000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 14 हजार करोड़ रूपय प्रदान भी किए गए हैं। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 13 जिलों को इस प्रोजेक्ट से फायदा होगा। इसके कुछ दुष्परिणाम भी होंगे पन्ना टाइगर रिजर्व का बड़ा हिस्सा डूब जाएगा, 23 लाख पेड़ काटे जाएंगे,खजुराहो में घड़ियाल सेंचुरी पर भी असर पड़ेगा।

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Table of content:-

1.1-केन नदी का पानी पहुंचेगा बेतवा में

1.2-केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के फायदे

1.3-जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट

1.4-विदिशा में 4 बांध, शिवपुरी और सागर में भी बनेंगे बांध:-

1.5-होने वाले कुछ नुकसान

1.6-बांध की बनावट,संरचना 

1.7-तीन अभयारण्यों को पन्ना टाइगर के साथ जोड़ने की योजना:-

1.8-खजुराहो में घड़ियाल सेंचुरी को होगा नुकसान:-

1.9-पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न

केन नदी का पानी पहुंचेगा बेतवा में:-The water of Ken river will reach Betwa:-


केन यमुना की एक उपनदी या सहायक नदी है। जिसका उद्गम विंध्याचल पर्वत से होता है तथा यह बुन्देलखंड क्षेत्र से गुजरते हुए 427 किलोमीटर का सफर तय कर उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के पास यमुना नदी में गिरती है। रायसेन के पास से निकली बेतवा नदी 576 किलोमीटर का सफर तय करती हुई उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के पास यमुना नदी में मिल जाती है।

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केन बेतवा इंटरलिंकिंग प्रोजेक्ट के तहत ढोढन बांध बनाकर के नदी के पानी को रोका जाएगा। यहां से 220.624 किलोमीटर की नहर बनाकर के नदी का पानी बरुआसागर से निकली बेतवा नदी में जोड़ा जाएगा। जिससे 2 किलोमीटर लंबी सुरंग भी बनाई जाएगी।

केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के फायदे:-Benefits of Ken Betwa Link Project:-

केंद्र सरकार ने नदी जोड़ो परियोजना का प्लान बनाया। केन बेतवा लिंक परियोजना इस प्लान का पहला प्रोजेक्ट है। केन नदी का पानी बेतवा नदी में भेजा जाएगा। दोनों नदियों को जोड़ने के लिए 229 किलोमीटर लंबी केन बेतवा लिंक नहर बनाई जाएगी। मध्य प्रदेश के जिले पन्ना,टीकमगढ़, छतरपुर, सागर,दमोह, दतिया, विदिशा,शिवपुरी, रायसेन उत्तर प्रदेश के जिले बांदा, महोबा,झांसी, ललितपुर से सीधा फायदा होगा। 

जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट:-Report of the Ministry of Jal Shakti:-

    योजना -                         केंद्र सरकार

    हिस्सेदारी-                      केंद्र सरकार 90%,                                                       5-5%राज्य सरकार 

    लागत -                          44606 करोड़ 

   निर्माण की शुरुआत-        डोड़न बांध से 

   लंबाई -                           221 किलोमीटर लंबी 

   मध्यप्रदेश को लाभ-         07 जिले

   उत्तर प्रदेश को लाभ-        04 जिले

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Ken betwa link pariyojana से सालाना 8 लाख 11000 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई हो सकेगी। 62 लाख लोगों को पीने का पानी में मिलेगा। 103 मेगा वाट हाइड्रो पावर और 27 मेगावाट क्षमता वाला सोलर प्लांट भी बनाया जाएगा। केन बेतवा लिंक परियोजना में दो बिजली प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित है। जिनकी कुल क्षमता 72 मेगावाट है। नॉन मानसून सीजन में मध्यप्रदेश को सिंचाई के लिए 834 मिलियन क्यूबिक मीटर तथा उत्तर प्रदेश को 750 मीटर पानी मिलेगा।


विदिशा में 4 बांध, शिवपुरी और सागर में भी बनेंगे बांध:- 4 dams in Vidisha, Shivpuri and Sagar will also be built:-

प्रोजेक्ट के पहले चरण में केन नदी पर ढोढन बांध बनाकर पानी को रोका जाएगा। यह पानी नहर के जरिए बेतवा नदी तक पहुंचाए जाएगा। दूसरे चरण में बेतवा नदी पर विदिशा जिले में 4 बांध बनाए जाएंगे। बेतवा की सहायक बीना नदी सागर और जिला शिवपुरी पर भी बांधों का निर्माण किया जाएगा।

होने वाले कुछ नुकसान:-Some disadvantages:-

पन्ना टाइगर रिजर्व का एक बड़ा हिस्सा इस डूब क्षेत्र में आ रहा है।लगभग 23 लाख पेड़ भी काटे जाएंगे। केन नदी पन्ना टाइगर रिजर्व से होकर गुजरती है। दोनों नदियों के इंटरलिंकिंग से पन्ना टाइगर रिजर्व का एक बड़ा हिस्सा पानी में डूब जाएग। केन की कुल लंबाई 427 किलोमीटर है। छतरपुर ढोढन में जहां बांध बन रहा है। वहां से केन नदी की लंबाई 270 किलोमीटर है। बांध की कुल लंबाई 2031 मीटर है। 

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बांध की बनावट,संरचना :-Dam's structure :-

कंक्रीट डैम का हिस्सा 798 मीटर, मिट्टी के बांध की लंबाई 1233 मीटर, बांध की ऊंचाई 77 मीटर। ढोढन बांध से बेतवा नदी में पानी ले जाने वाली लिंक कैनाल की लंबाई 220 किलोमीटर होगी। बांध का डूब क्षेत्र 9000 हेक्टेयर है। इसका ज्यादा से ज्यादा हिस्सा पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में आता है। यानी इसमें 5258 हेक्टेयर भूमि पन्ना टाइगर रिजर्व की जा रही है। 105 वर्ग किलोमीटर का कोर एरिया जो छतरपुर जिले में है। डूब क्षेत्र के कारण विभाजित हो जाएगा। इस प्रकार कुल 197 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र डूब और विभाजन के कारण नष्ट भी हो जाएगा।  

इस परियोजना के तहत मंत्रालय ने कम से कम 2300000 पेड़ों को काटने की इजाजत दे दी है। जिनमें से बेहद संवेदनशील पन्ना टाइगर रिजर्व का 4141 हेक्टेयर वन क्षेत्र भी शामिल है।

तीन अभयारण्यों को पन्ना टाइगर के साथ जोड़ने की योजना:-Plan to link three sanctuaries with Panna Tiger:-

राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी के अनुसार ढोढन बांध में पन्ना टाइगर का 10% से ज्यादा हिस्सा डूब जाएगा। इसे कम करने के लिए तीन वन्य जीव अभ्यारण नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण, मध्य प्रदेश के रानी दुर्गावती और उत्तर प्रदेश के रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण को पन्ना टाइगर रिजर्व के साथ जोड़ने की कार्य योजना बनाई है।

खजुराहो में घड़ियाल सेंचुरी को होगा नुकसान:-There will be damage to the crocodile century in Khajuraho:-

पन्ना टाइगर रिजर्व के अलावा छतरपुर जिले में स्थित केन घड़ियाल सेंचुरी को इस परियोजना से बड़ा नुकसान बताया जा रहा है। केन घड़ियाल सेंचुरी खजुराहो के पास केन नदी पर रनेह फॉल के आगे स्थित है। ढोढन गांव में बांध बनाया जा रहा है। इस बांध के आगे जाकर रनेह फॉल के बाद घड़ियाल सेंचुरी शुरू हो जाती है।

पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न:-some frequently asked questions:-

Q. केन बेतवा लिंक नहर परियोजना किस की परियोजना है? 

Ans. केन बेतवा लिंक नहर परियोजना केंद्र सरकार की परियोजना है।

Q.केन बेतवा लिंक नहर परियोजना की कुल लागत कितनी है?

Ans. नहर की कुल लागत अनुमानित 44 हजार 606 करोड रुपए है।

Q.केन बेतवा नहर परियोजना का लाभ किसको मिलेगा?

Ans.मध्य प्रदेश के 7 जिले और उत्तर प्रदेश के 4 जिलों को मिलेगा लाभ।

Q.नहर किन- किन गांव से होकर निकलेगी नहर?

Ans. ढोढन बांध से निकलकर सुरुआती गांव बरदुवाहा, झमटूली,पुतर्यन,गंज कई गांवों से होकर गुजरेगी।

Q.नहर की लंबाई कितनी है?

Ans. नहर की लंबाई 229 किलोमीटर है?

Q.परियोजना से किसको लाभ मिलेगा लाभ?

Ans. नहर से सिंचाई एवं पीने योग्य पानी के साथ- साथ बिजली उत्पादन भी की जाएगी।

Q. टूरिस्ट प्लेस खजुराहो से पन्ना टाइगर रिजर्व की दूरी कितनी है?

Ans. खजुराहो से पन्ना टाइगर रिजर्व की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है।

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